बाल ठाकरे की वसीयत को लेकर छिड़ी जंग उस समय और बढ़ गई जब उनके बेटे जयदेव ठाकरे ने बंबई उच्च न्यायालय में दावा किया कि उनकी पूर्व पत्नी स्मिता का बेटा ऐश्वर्य ठाकरे उनकी संतान नहीं है। बाल ठाकरे से अलग रहने वाले बेटे जयदेव
से फिलहाल उनके भाई उद्धव ठाकरे के वकील द्वारा जिरह की जा रही है। जयदेव ने बाल ठाकरे की वसीयत को चुनौती दी है जिसमें उन्हें संपत्ति का कोई हिस्सा नहीं दिया गया है। ऐश्वर्य का नाम वसीयत में शामिल है और उन्हें संपत्ति का हिस्सा मिला
है। जयदेव ने कहा कि वर्ष 2004 के बाद वह जब भी जाते थे तो मातोश्री की दूसरी मंजिल पर रूकते थे क्योंकि पहली मंजिल पर कोई अज्ञात व्यक्ति रहता था। जब मैंने अपने पिता से पूछा तो उन्होंने कहा कि ऐश्वर्य नाम का कोई व्यक्ति वहां रहता है।